मुजफ्फरनगर विघुत विभाग SE को बनाया बंधक, राजू अहलावत आ गए अपने पुराने अंदाज में।

उत्तरी घटायन में पिछले एक माह से ट्यूबवेलों पर मात्र 3 या 4 घण्टे बिजली की सप्लाई  और बिजली की ट्रिप लगातार बढ़ने व ग्रामीणों पर फर्जी चोरी के मुकदमे लिखे जाने के  विरोध में राजू अहलावत (भाजपा जिलाध्यक्ष किसान मोर्चा ) ने SE विधुत विभाग मुज़फ्फरनगर को उन्ही के कार्यालय पर बंधक बनाया। 

मुजफ्फरनगर विघुत विभाग SE को बनाया बंधक, राजू अहलावत आ गए अपने पुराने अंदाज में।


आज की अहम ख़बर मुजफ्फरनगर से है, जहां भाजपा के किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष राजू अहलावत जी ने विधुत विभाग के SE को उन्ही के कार्यालय पर बंदी बना दिया । उन्होंने यह कदम अपनी पुरानी शैली में उठाया, इस कदम ने आज फिर जिले के आला अधिकारियों व जनता को चौंका दिया है, क्योकि भाजपा सत्ताधारी पार्टी है। पिछले कुछ दिनों से राजू अहलावत जी मुज़फ्फरनगर जिले में भाजपा कार्यकर्ताओ और जनता के लिए एक्टिव भूमिका में दिख रहे है। उन्होंने हाल ही में खतौली क्षेत्र के थाना खतौली में एक कार्यकर्ता के लिए धरना दिया था और आज विधुत विभाग के जिला कार्यालय पर किसानो की समस्याओ के लिए SE साहब को बंदी बनाकर अपने संदेश को पुरे जिले में मजबूती से फैलाया है।

मुजफ्फरनगर विघुत विभाग SE को बनाया बंधक, राजू अहलावत आ गए अपने पुराने अंदाज में।


राजू अहलावत ने इस बारे में बताया कि विधुत विभाग द्वारा किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज किया गया और कई ग्रामीणों पर फ़र्ज़ी मुकदमे भी किये गए, उन्होंने बताया पिछले एक महीने से उत्तरी घटायन के कुछ गांवों में बिजली की बहाली के समय में गंभीर समस्याएं सामने आ रही थी। पिछले एक माह से ट्यूबवेलों पर बिजली मात्र 3 या 4 घंटे आ रही है, जो कि काफी असामान्य है। इसके अलावा, गांव में बिजली की ट्रिप की समस्या भी लगातार बढ़ रही है, जिससे ग्रामीणों की दिनचर्या पर बुरा असर पड़ रहा है। एक बहुत ही गंभीर मामले के बारे में भी उन्होंने बताया की एक लाइनमैन जो की कई ग्रामीणों पर फ़र्ज़ी चोरी के मुकदमे दर्ज़ करा चूका था जिससे अनावश्यक ही किसान प्रताड़ित हो रहे थे आज उसका ट्रांसफर भी कराया गया है। 

इस मुद्दे पर घटायन क्षेत्र के किसानो ने विधुत विभाग की आलोचना की है, और वे राजू अहलावत के समर्थन में SE कार्यालय पर डटे रहे। उनका कहना है कि बिजली के आवागमन में अस्थिरता और विभाग के कर्मचारियों का विश्वासघातक रवैया बर्दास्त से बाहर हो गया है, जिससे गांव के लोगों को आर्थिक और मानसिक रूप से नुकसान हो रहा है। वे अहलावत जी के इस कदम का समर्थन कर रहे हैं और विधुत विभाग से समस्या के समाधान की मांग कर रहे हैं, ताकि बिजली की आपूर्ति में सुधार किया जा सके और ग्रामीणों को अधिक स्थिरता मिले।

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